Get Involved

हमारे साथ जुड़ें और सहयोग करें

राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंस्था सेवा ट्रस्ट समाज के समग्र विकास के लिए अनेक क्षेत्रों में कार्यरत है। हमारे प्रयासों को सफल बनाने के लिए आपका सहयोग और भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आप विभिन्न तरीकों से हमारे मिशन में योगदान दे सकते हैं।

स्वयंसेवा के अवसर

शिक्षा क्षेत्र में स्वयंसेवा

  • शिक्षक बनें: हमारे विद्यालयों और शिक्षण केंद्रों में अपने ज्ञान और अनुभव को साझा करें।
  • मेंटर बनें: वंचित वर्ग के छात्रों का मार्गदर्शन करें और उन्हें प्रेरित करें।
  • शैक्षिक सामग्री विकसित करें: पाठ्य सामग्री, पुस्तकें और डिजिटल संसाधन तैयार करने में सहायता करें।
  • कौशल विकास प्रशिक्षक: अपने विशेष कौशल जैसे कंप्यूटर, हस्तशिल्प, संगीत, या अन्य व्यावसायिक कौशल सिखाएं।

स्वास्थ्य सेवाओं में स्वयंसेवा

  • चिकित्सा शिविरों में सहयोग: डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट या स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में सेवा प्रदान करें।
  • स्वास्थ्य जागरूकता अभियान: स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता फैलाने में मदद करें।
  • मानसिक स्वास्थ्य सहायता: परामर्शदाता या मनोवैज्ञानिक के रूप में सेवाएं प्रदान करें।
  • योग और प्राकृतिक चिकित्सा: योग शिविरों और प्राकृतिक चिकित्सा कार्यक्रमों का संचालन करें।

पर्यावरण संरक्षण में स्वयंसेवा

  • वृक्षारोपण अभियान: वृक्षारोपण और पौधों की देखभाल में सहायता करें।
  • जल संरक्षण कार्यक्रम: नदियों, तालाबों और जल स्रोतों की सफाई में भाग लें।
  • पर्यावरण जागरूकता: पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद करें।
  • वैकल्पिक ऊर्जा प्रोजेक्ट: सौर ऊर्जा और अन्य वैकल्पिक ऊर्जा परियोजनाओं में सहयोग करें।

कृषि विकास में स्वयंसेवा

  • किसान प्रशिक्षण: किसानों को नवीन कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण दें।
  • जैविक खेती प्रोत्साहन: जैविक खेती के बारे में जागरूकता फैलाएं और प्रशिक्षण प्रदान करें।
  • कृषि अनुसंधान: कृषि अनुसंधान और विकास में सहयोग करें।
  • मृदा स्वास्थ्य परीक्षण: मृदा परीक्षण और सुधार कार्यक्रमों में सहायता करें।

सामाजिक कल्याण में स्वयंसेवा

  • वृद्धाश्रम और अनाथालय सेवा: वृद्धाश्रमों और अनाथालयों में समय दें और सेवाएं प्रदान करें।
  • कौशल विकास प्रशिक्षण: युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित करें।
  • सामाजिक जागरूकता अभियान: सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता फैलाएं।
  • आपदा राहत कार्य: प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत कार्यों में सहयोग करें।

आर्थिक सहयोग के तरीके

दान और अनुदान

  • एकमुश्त दान: हमारे किसी भी कार्यक्रम या परियोजना के लिए एकमुश्त दान दें।
  • नियमित दान: मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक आधार पर नियमित दान की व्यवस्था करें।
  • विशिष्ट परियोजना दान: किसी विशेष परियोजना या कार्यक्रम के लिए लक्षित दान करें।
  • वस्तु दान: पुस्तकें, कंप्यूटर, फर्नीचर, चिकित्सा उपकरण, वस्त्र, खाद्य सामग्री आदि दान करें।

छात्रवृत्ति और प्रायोजन

  • छात्र प्रायोजन: गरीब और मेधावी छात्रों की शिक्षा का प्रायोजन करें।
  • छात्रवृत्ति कोष: छात्रवृत्ति कोष में योगदान दें जिससे अधिक छात्रों को लाभ मिल सके।
  • शिक्षक वेतन प्रायोजन: शिक्षकों के वेतन का प्रायोजन करके शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करें।
  • शैक्षिक सामग्री प्रायोजन: पुस्तकें, स्टेशनरी और अन्य शैक्षिक सामग्री प्रदान करें।

स्वास्थ्य सेवा प्रायोजन

  • चिकित्सा शिविर प्रायोजन: निःशुल्क चिकित्सा शिविरों का प्रायोजन करें।
  • दवा दान: जरूरतमंद रोगियों के लिए दवाएं दान करें।
  • चिकित्सा उपकरण दान: अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों के लिए चिकित्सा उपकरण दान करें।
  • विशेष उपचार प्रायोजन: गंभीर बीमारियों से पीड़ित गरीब रोगियों के इलाज का प्रायोजन करें।

पर्यावरण संरक्षण प्रायोजन

  • वृक्षारोपण प्रायोजन: वृक्षारोपण अभियानों का प्रायोजन करें।
  • जल संरक्षण प्रायोजन: जल संरक्षण परियोजनाओं में निवेश करें।
  • सौर ऊर्जा प्रायोजन: सौर ऊर्जा परियोजनाओं का प्रायोजन करें।
  • पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम: पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रमों का प्रायोजन करें।

कृषि विकास प्रायोजन

  • किसान प्रशिक्षण प्रायोजन: किसान प्रशिक्षण कार्यक्रमों का प्रायोजन करें।
  • कृषि उपकरण दान: किसानों के लिए कृषि उपकरण और मशीनरी दान करें।
  • बीज और खाद प्रायोजन: उन्नत बीज और जैविक खाद प्रदान करें।
  • सिंचाई परियोजना प्रायोजन: सिंचाई सुविधाओं के विकास में सहयोग करें।

कॉर्पोरेट सहयोग और साझेदारी

कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR)

  • CSR परियोजनाएं: अपनी कंपनी के CSR फंड से हमारी परियोजनाओं का समर्थन करें।
  • कौशल विकास साझेदारी: कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहयोग करें।
  • तकनीकी सहायता: तकनीकी ज्ञान और संसाधन प्रदान करें।
  • उत्पाद और सेवा दान: अपने उत्पादों और सेवाओं को दान या रियायती दरों पर प्रदान करें।

संस्थागत साझेदारी

  • शैक्षिक संस्थान साझेदारी: विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के साथ अनुसंधान और विकास साझेदारी।
  • स्वास्थ्य संस्थान साझेदारी: अस्पतालों और स्वास्थ्य संगठनों के साथ सहयोग।
  • अनुसंधान साझेदारी: कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण अनुसंधान में सहयोग।
  • अंतरराष्ट्रीय संगठन साझेदारी: अंतरराष्ट्रीय विकास संगठनों के साथ साझेदारी।

विशेषज्ञ सलाह और परामर्श

  • प्रबंधन परामर्श: संगठनात्मक विकास और प्रबंधन में सहायता प्रदान करें।
  • तकनीकी परामर्श: तकनीकी क्षेत्रों में विशेषज्ञ सलाह प्रदान करें।
  • कानूनी परामर्श: कानूनी मामलों में सहायता प्रदान करें।
  • वित्तीय परामर्श: वित्तीय प्रबंधन और योजना में सहायता करें।

विशेष अभियान और कार्यक्रम

शिक्षा अभियान

  • “शिक्षा हर बच्चे का अधिकार”: वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का अभियान।
  • “डिजिटल साक्षरता मिशन”: ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता बढ़ाने का अभियान।
  • “पुस्तक बैंक”: गरीब छात्रों के लिए पुस्तकें एकत्र करने का अभियान।
  • “शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम”: शिक्षकों के कौशल विकास के लिए कार्यक्रम।

स्वास्थ्य अभियान

  • “स्वस्थ गाँव, स्वस्थ भारत”: ग्रामीण स्वास्थ्य सुधार अभियान।
  • “मातृ-शिशु स्वास्थ्य मिशन”: माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए अभियान।
  • “नशा मुक्ति अभियान”: नशा मुक्ति और पुनर्वास कार्यक्रम।
  • “स्वच्छता और स्वास्थ्य”: स्वच्छता और स्वास्थ्य जागरूकता अभियान।

पर्यावरण अभियान

  • “हरित भारत”: वृक्षारोपण और वन संरक्षण अभियान।
  • “जल बचाओ”: जल संरक्षण और प्रबंधन अभियान।
  • “प्लास्टिक मुक्त गाँव”: प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्ति का अभियान।
  • “सौर ऊर्जा अपनाओ”: सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का अभियान।

कृषि अभियान

  • “जैविक खेती अपनाओ”: जैविक खेती को प्रोत्साहित करने का अभियान।
  • “किसान सशक्तिकरण”: किसानों के आर्थिक और तकनीकी सशक्तिकरण का अभियान।
  • “मृदा स्वास्थ्य कार्ड”: मृदा स्वास्थ्य परीक्षण और सुधार अभियान।
  • “फसल विविधीकरण”: फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने का अभियान।

सामाजिक अभियान

  • “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ”: बालिका शिक्षा और सुरक्षा अभियान।
  • “वृद्धजन सम्मान”: वृद्धजनों के सम्मान और देखभाल का अभियान।
  • “कौशल भारत”: युवाओं के कौशल विकास का अभियान।
  • “एकता और भाईचारा”: सामाजिक एकता और भाईचारे का अभियान।

दान और सहयोग के लाभ

कर लाभ

  • आयकर छूट: आयकर अधिनियम की धारा 80G के अंतर्गत दान पर कर छूट।
  • कॉर्पोरेट कर लाभ: कंपनियों के लिए CSR निवेश पर कर लाभ।
  • वस्तु दान पर लाभ: वस्तु दान पर भी कर लाभ उपलब्ध।
  • विरासत दान: विरासत में दान देने पर विशेष कर लाभ।

मान्यता और सम्मान

  • वार्षिक रिपोर्ट में मान्यता: हमारी वार्षिक रिपोर्ट में दानदाताओं का उल्लेख।
  • प्रमाण पत्र और सम्मान: दानदाताओं को प्रमाण पत्र और सम्मान।
  • विशेष कार्यक्रमों में आमंत्रण: विशेष कार्यक्रमों और समारोहों में आमंत्रण।
  • परियोजना नामकरण: बड़े दानदाताओं के नाम पर परियोजनाओं का नामकरण।

पारदर्शिता और जवाबदेही

  • परियोजना प्रगति रिपोर्ट: दानदाताओं को नियमित परियोजना प्रगति रिपोर्ट।
  • वित्तीय पारदर्शिता: सभी वित्तीय लेनदेन में पूर्ण पारदर्शिता।
  • परियोजना दौरा: दानदाताओं के लिए परियोजना स्थलों का दौरा।
  • प्रभाव मूल्यांकन: परियोजनाओं के प्रभाव का स्वतंत्र मूल्यांकन।

हमसे संपर्क करें

दान और सहयोग के लिए

  • फोन: +91 8789931873
  • ईमेल: donations@rbmst.org
  • वेबसाइट: www.rbmst.org/donate

स्वयंसेवा के लिए

  • फोन: +91 9876543211
  • ईमेल: volunteer@rbmst.org
  • वेबसाइट: www.rbmst.org/volunteer

कॉर्पोरेट साझेदारी के लिए

  • फोन: +91 8789931873
  • ईमेल: rbmst2022@gmail.com
  • वेबसाइट: www.rbmst.org/partnerships

कार्यालय पता

राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंस्था सेवा ट्रस्ट: ग्राम- नरला, पोस्ट हल्दीरामपुर,तहसील बिल्थरारोड, जनपद बलिया,उत्तर प्रदेश – 221715

बैंक विवरण

दान के लिए बैंक विवरण: Contact Us

आपका सहयोग, समाज का विकास

राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंस्था सेवा ट्रस्ट आपके सहयोग और समर्थन के लिए हृदय से आभारी है। आपका हर छोटा या बड़ा योगदान समाज के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि आपका हर दान और सहयोग पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ सही उद्देश्य के लिए उपयोग किया जाएगा।

आइए, मिलकर एक बेहतर समाज और राष्ट्र का निर्माण करें। आपका सहयोग, हमारा संकल्प, और सबका विकास – यही हमारा लक्ष्य है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

दान से संबंधित प्रश्न

  1. क्या मेरे दान पर कर छूट मिलेगी?हां, हमारे ट्रस्ट को आयकर अधिनियम की धारा 80G के अंतर्गत मान्यता प्राप्त है, जिससे आपको दान पर कर छूट मिलेगी।
  2. क्या मैं किसी विशेष परियोजना के लिए दान कर सकता हूं?हां, आप अपनी पसंद की किसी भी परियोजना या क्षेत्र के लिए लक्षित दान कर सकते हैं।
  3. क्या मैं वस्तुओं का दान कर सकता हूं?हां, हम पुस्तकें, कंप्यूटर, फर्नीचर, चिकित्सा उपकरण, वस्त्र, खाद्य सामग्री आदि वस्तुओं का दान स्वीकार करते हैं।
  4. क्या मैं ऑनलाइन दान कर सकता हूं?हां, आप हमारी वेबसाइट www.rbmst.org/donate पर जाकर ऑनलाइन दान कर सकते हैं।

स्वयंसेवा से संबंधित प्रश्न

  1. स्वयंसेवा के लिए क्या योग्यता आवश्यक है?स्वयंसेवा के लिए किसी विशेष योग्यता की आवश्यकता नहीं है, केवल सेवा भाव और समर्पण की भावना होनी चाहिए।
  2. क्या मैं अंशकालिक स्वयंसेवक बन सकता हूं?हां, आप अपने समय और सुविधा के अनुसार अंशकालिक स्वयंसेवक बन सकते हैं।
  3. क्या स्वयंसेवकों को कोई प्रशिक्षण दिया जाता है?हां, हम सभी स्वयंसेवकों को उनकी भूमिका के अनुसार आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
  4. क्या विदेशी नागरिक भी स्वयंसेवक बन सकते हैं?हां, हम विदेशी नागरिकों को भी स्वयंसेवक के रूप में स्वागत करते हैं।

कॉर्पोरेट साझेदारी से संबंधित प्रश्न

  1. क्या छोटी कंपनियां भी साझेदारी कर सकती हैं?हां, हम सभी आकार की कंपनियों के साथ साझेदारी करते हैं।
  2. CSR साझेदारी के लिए क्या प्रक्रिया है?CSR साझेदारी के लिए आप हमें partnerships@rbmst.org पर संपर्क कर सकते हैं।
  3. क्या कंपनियां अपने कर्मचारियों को स्वयंसेवा के लिए भेज सकती हैं?हां, हम कॉर्पोरेट स्वयंसेवा कार्यक्रमों का स्वागत करते हैं।
  4. क्या हम अपनी कंपनी के उत्पादों या सेवाओं का दान कर सकते हैं?हां, हम उत्पादों और सेवाओं के दान का भी स्वागत करते हैं।